सोमवार, 22 दिसंबर 2014

बीएसएनएल के नये जनोपयोगी आफर



डिजिटल इंडिया और बीएसएनएल

डिजिटल इंडिया अभियान के तहत ग्रामीण जनसंख्या तक तेज गति की संचार सुविघाएं सुलभ कराने के  उद्देश्य से बीएसएनएल की विभिन्न सेवाओं जैसे लैंडलाईन,प्रीपेड-पोस्टपेड मोबाइल और ब्रॉडबैंड सेवाओं के प्लान लागू हैं तथा प्रयास है कि गांवों में ब्राडबैंड सेवाओं की पहुंच आसान की जाए और ग्रामीणजन को वाई-फाई सुविघा का लाभ उनके मोबाइल सेट तक प्राप्त हो । इससे न सिर्फ ग्रामीण टेलीफोन घनत्व में वृद्धि होगी बल्कि हमारा व्यवसाय भी बढ़ेगा । गांवों में इंटरनेट कनिेक्टविटी पहुंचने से शासन की योजनाओं की अद्यतन जानकारी एवं उनसे जुड़े लाभ लोगों तक पहुंचेंगे साथ ही विकास भी होगा । ग्रामीण क्षेत्रों में हमारे 2000 सक्रिय मोबाइल टावर हैं जो कि अन्य किसी भी प्रतिस्पर्धी आपरेटर से बहुत ज्यादा है । एक ताजा योजना के तहत अब राज्य शासन या कोई संस्थान या कोई भी नागरिक ऐसे गांवों में जहां हमारे सक्रिय मोबाइल टावर हैं वहां ब्राडबैंड कनेक्शन के माध्यम से गांव के 50 बीएसएनएल एंड्रायड बेस्ड मोबाइल  उपभोक्ता के लिए सीयूजी सुविधा अपने द्वारा एक माह के लिए प्रायोजित कर सकता है, इस हेतु प्रति उपभोक्ता मात्र रु150/- यानी कुल रु7500/- का शुल्क देय होगा , वह भी रु5000/- की फ्री बीज़ के साथ। इस योजना का प्रचार-प्रसार आप सब अपने स्तर पर भी करें ।  इसी तरह की अन्य लाभकारी योजनाओं से ग्रामीण टेलीफोन घनत्व में वृद्धि की अपार सम्भावनाएं हैं अगर उनका प्रचार प्रसार उचित तरीके से किया जाए । बीएसएनएल IMPCC के सभी सदस्यों से सहयोग की अपील करता है : 

बुधवार, 10 दिसंबर 2014

हम सबकी ओर से अपील :

हम सबकी ओर से अपील :

क्या आप जानते हैं कि -
·      निःशक्तजन सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है
·      तीन चौथाई निःशक्तजन ग्रामीण हैं
·      हर दूसरे घर में निःशक्तजन का निवास है

ध्यान दें -
व्यक्ति और पर्यावरण
दोनों के मेल से निःशक्तता जनित होती है

जैसे मनुष्य ने अपने लिए आग, पहिया, बिजली, तथा सूचना प्रौद्योगिकी का आविष्कार किया है

3 दिसंबर 2014 अंतर्राष्ट्रीय निःशक्तजन दिवस

के अवसर पर हम सरकारी, गैर-सरकारी और निजी संस्थानों से अपील करते हैं कि कृपया प्रत्यक्ष तथा परोक्ष रूप से निःशक्तजनों हेतु तकनीक के विकास में बढ़चढ़ कर हिस्सा लें
           
                 सौजन्य : डा.गोपाल जोशी